Lingashtakam Lyrics With Meaning | Hindi - English
0Ranjit Khurwal Ricky
Lingashtakam Lyrics
Lingashtakam is the best ashtak to meditate on Bholenath by praising the linga form of Lord Bholenath, Shiva Shankar himself fulfills all the wishes and desires of a devotee who recites Bhole Baba's Lingashtakam with full faith and devotion.
लिङ्गाष्टकम् भगवान भोलेनाथ के लिंगस्वरूप की स्तुति कर भोलेनाथ को ध्यान करने का उत्तम अष्टक है, जो कोई भक्त पूर्ण आस्था तथा श्रधा सहित भोले बाबा के लिङ्गाष्टकम् का पाठ करेगा उसकी सभी मनोकामना तथा इच्छाओं की पूर्ति स्वयं शिव शंकर करते हैं.
Lingashtakam Lyrics in Hindi (Sanskrit) / English With Meaning from the album Shiva Roopa Darshan, this Hindi Shiv Stuti Bhajan is sung by S.P. Balasubramaniam, lyrics are Traditional and music created by S.P. Balasubramaniam. This Shiv Stuti is one of the most popular bhakti Mantra of Hinduism.
हिन्दी में अर्थ:- जो ब्रह्मा, विष्णु और सबी देवगणों के इष्टदेव हैं, जी परम पवित्र, निर्मल, तथा सभी जीवों की मनोकामना को पूर्ण करने वाले हैं और जी लिंग के रूप में चराचर जगत में स्थापित हुए हैं, जो संसार के संहारक है और जन्म और मृत्यु के दुखो का विनाश करते अहिं ऐसे भगवान् आशुतोष को नित्य निरंतर प्रणाम है.
हिन्दी में अर्थ:- भगवान सदाशिव जो मुनियों और देवताओं के परम आराध्य देव हैं, तथा देवो और मुनियों द्वारा पूजे जाते हैं, जो काम (वह कर्म जिसमे विषयासक्ति हो) का विनाश करते हैं, जो दया और करुना के सागर हैं, तथा जिन्होंने लंकापति रावण के अहंकार का विनाश किया था, ऐसे परमपूज्य महादेव के लिंग रूप को मैं कोटि-कोटि प्रणाम करता हूँ.
हिन्दी में अर्थ:- लिंगमय स्वरूप जो सभी तरह के सुगन्धित इत्रों से लेपित हैं और जो बुद्धि तथा आत्मज्ञान में वुद्धि का कारण है, शिवलिंग जो सिद्ध मुनियों और देवताओं और दानवों सभी के द्वारा पूजा जाता है, ऐसे अविनाशी लिंग स्वरूप को प्रणाम है.
हिन्दी में अर्थ:- लिंगरूपी आशुतोष जो सोने तथा रत्नजड़ित आभुषणों से सुसज्जित हैं, जो चारों ओर से सर्पों से घिरे हुए हैं, तथा जिन्होंने प्रजापति दक्ष (माता सती के पिता) के यज्ञ का विध्वस किया था, ऐसे लिंगस्वरूप श्रीभोलेनाथ को बारम्बार प्रणाम.
हिन्दी में अर्थ:- देवों के देव जिनका लिंगस्वरूप कुंकुम और चन्दन से सुलेपित है और कमल के सुन्दर हार से शोभायमान है, तथा जो संचित पापकर्म का लेखा जोखा मिटाने में सक्षम है, ऐसे आदि-अन्नत भगवान शिव के लिंगस्वरूप को मैं नमन करता हूँ.
देवगणार्चितसेवितलिङ्गं भावैर्भक्तिभिरेव च लिङ्गम्।
हिन्दी में अर्थ:- जो सभी देवताओं तथा देवगणों द्वारा पूर्ण श्रधा एवं भक्ति भाव से परिपूर्ण था पूजित है, जो हजारों सूर्य के समान तेजस्वी है, ऐसे लिंगस्वरूप भगवान शिव को प्रणाम है.
हिन्दी में अर्थ:- जो पुष्प के आठ दलों (कलियों) के मध्य में विराजमान है, जो सृष्टि में सभी घटनाओं (उचित-अनुचित) के रचियता हैं, और जो आठों प्रकार के दरिद्रता का हरण करने वाले ऐसे लिंगस्वरूप भगवान शिव को प्रणाम है.
हिन्दी में अर्थ:- जो देवताओं के गुरुजनों तथा सर्वश्रेष्ठ देवों द्वारा पूजनीय हैं, और जिनकी पूजा दिव्य-उद्यानों के पुष्पों से की जाती है, तथा जो परमब्रह्म है जिनका न आदि है और न ही अंत है ऐसे अनंत अविनाशी लिंगस्वरूप भगवान भोलेनाथ को मैं सदैव अपने हृदय में स्थित कर प्रणाम करता हूँ.
लिङ्गाष्टकमिदं पुण्यं यः पठेत् शिवसन्निधौ |
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ||
हिन्दी में अर्थ:- जो कोई भी इस लिङ्गाष्टकम् को शिव या शिवलिंग के समीप श्रद्धा सहित पाठ करेगा उसको शिवलोक प्राप्त होता है तथा भगवान भोलेनाथ उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
Web Title: Lingashtakam Lyrics Singer S.P. Balasubrahmaniam,
Lingashtakam From The Album Lingashtakam Is Released On Feb 6, 2012. The Duration Of
the Is 03:33. This Song Is Sung By S.P.
Balasubrahmaniam.
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